रहस्यमय अपहरण को लेकर तीन दिन से माथापच्ची कर रही छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक व्हाट्सअप मेसेज के बाद राहत की सांस ली है.
पुलिस की एक टीम अपहरणकर्ता की गिरफ्तारी के लिए झारखंड की राजधानी रांची रवाना कर दी गयी है. मामला आठ साल के वेदांत का है. वेदांत को एक कार पर सवार अपराधियों ने अपहरण कर लिया है
अपहरण की जानकारी जब तक वेदांत के परिजनों और पुलिस तक पहुंचती, तब तक यह कार गाड़ी रायपुर से ढाई सौ किलोमीटर दूर जा चुकी थी.
रायपुर के हर्ष विहार कॉलोनी के गार्डन में रोजाना की तरह बच्चे खेल रहे थे.
शाम को अचानक एक सफ़ेद कलर की SUV गाड़ी आयी और उससे दो लोग उतरे. दोनों ने कुछ बच्चो से बात की, फिर आठ साल के वेदांत सोमानी से कुछ देर वे लोग बात करते रहे.
फिर इन लोगो ने वेदांत को उस गाड़ी में बैठा लिया.
शाम को कॉलोनी के सारे बच्चे अपने घर लौट गए. वेदांत ना पहुंचने से उसके घर में कोहराम मच गया. मामला पुलिस थाने में दर्ज कराया गया.
प्राथमिक जांच में पता चला कि झारखण्ड नंबर की एक SUV कार इस इलाके में दाखिल हुई थी. कार में बैठे लोगों की पहचान नहीं हो पाई है.
\मामले की तफ्तीश शुरू हुई तब पता चला कि वेदांत की मां से उसके पिता की अनबन चल रही है. इसके चलते माता-पिता दोनों अलग रह रहे हैं.
हालांकि यह कन्फर्म नहीं हो पाया कि SUV में बैठे लोग वेदांत के पिता राजेश सोमानी के जानकार ही थे या फिर कोई और.
पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर झारखण्ड की ओर जाने वाले मार्गों की नाकेबंदी कर दी. वेदांत की माँ और परिजनों ने राजेश सोमानी के 16 मोबाइल नंबर पुलिस को मुहैया कराये.
उन नम्बरों की कॉल डिटेल और लोकेशन खंगाली गयी. इस दौरान इनमें से एक नंबर की लोकेशन छत्तीसगढ़ के नांदघाट इलाके की पाई गयी.
झारखण्ड पुलिस और छत्तीसगढ़ पुलिस के अफसरों ने विवेचना को साझा करते हुए आरोपियों की तलाशी के लिए रांची में मुहीम छेड़ी.
इस दौरान एक व्हाट्सअप मेसेज आया है कि वेदांत ठीक है, लेकिन इस मैसेज के बाद मोबाइल बंद है. उधर राजेश सोमानी ने घटना के बारे में कुछ भी नहीं मालूम होने की बात कही.
फिलहाल यह मामला अपहरण या रिश्तों की आपसी खींचतान के बीच उलझा हुआ है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने राजेश सोमानी की गिरफ्तारी की तैयारी की है.
पुलिस को लगता है कि उससे पूछताछ के बाद ही हकीकत पर से पर्दा उठेगा.
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