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15 Dec 2017

जब 84 साल पहले एशियाई धरती पर खेला गया पहला टेस्ट, बने कई रिकॉर्ड?

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत बतौर टेस्ट मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में 140 साल पहले हुई थी, इन 2 टीमों के बाद दक्षिण अफ्रीका,
वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड ने टेस्ट में पदार्पण किया. जबकि भारत की टेस्ट में एंट्री बतौर छठी नेशनल टीम के रूप में हुई.

जहां तक एशियाई धरती पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आगमन का सवाल है तो यह 1877 में पहला टेस्ट खेले जाने के 56 साल बाद 1933 में आज ही (15 दिसंबर) के रोज आया
इन 5 दशक से ज्यादा के समय में दुनियाभर में 229 टेस्ट मैच खेले जा चुके थे और 230वां टेस्ट भारत में खेले जाने के साथ ही क्रिकेट में एशियाई युग की शुरुआत हो गई.

बॉम्बे में खेला गया पहला टेस्ट

टेस्ट में पदार्पण करने और मेजबानी के मामले में भारत एशियाई देशों की सूची में पहला देश है, हालांकि उसने अपना पहला मैच ऐतिहासिक लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ जून, 1932 में खेला था जिसमें टीम इंडिया को हार मिली थी.

इसके 1 साल बाद भारत को टेस्ट मैच की मेजबानी करने का मौका मिला.
 1933 में साल के अंत में इंग्लैंड की टीम भारत के दौरे पर आई और दोनों के बीच भारत में खेले गए पहले टेस्ट मैच की मेजबानी का चांस बॉम्बे जिमखाना ग्राउंड (अब मुंबई) को मिला.
मैच को देखने का क्रेज कुछ इस कदर था कि रोजाना करीब 10 हजार लोग स्टेडियम पहुंच जाया करते थे.

15 दिसंबर से शुरू हुआ यह ऐतिहासिक मैच 4 दिन चला. मैच में भारत की ओर से लाला अमरनाथ, जय लक्ष्मीदास, विजय मर्चेंट, रामजी लाढ़ा,,
 रुस्तमजी जमशेद जी ने टेस्ट करियर की शुरुआत की, जिसमें लक्ष्मीदास, रामजी और रुस्तमजी के लिए पहला टेस्ट ही उनका आखिरी मैच साबित हुआ.

दूसरी पारी में लाला ने ठोका शतक
भारतीय कप्तान सीके नायडू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया,
 लेकिन पूरी टीम 91.2 ओवर में 219 रन बनाकर आउट हो गई. लाला अमरनाथ ने सबसे ज्यादा 38 रन बनाए.
जवाब में इंग्लैंड की टीम ने भारत के स्कोर के ठीक डबल करते हुए 438 रन बनाए. पहली पारी के आधार पर पिछड़ने के बाद दूसरी पारी में भी भारत,
 कुछ खास नहीं कर सका और पूरी टीम 258 रन पर आउट हो गई.
भारत की दूसरी पारी की खासियत यह रही लाला अमरनाथ ने 118 रनों की शतकीय पारी खेली. वह पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने.
उन्होंने तीसरे विकेट के लिए कप्तान नायडू (67) के साथ 186 रनों की साझेदारी कर टीम की खस्ताहाल हालत को थोड़ा बेहतर करने की कोशिश की. हालांकि दूसरे छोर से कोई खास सहयोग नहीं मिला.

जीत के लिए मिले 40 रनों के लक्ष्य को इंग्लैंड ने 1 विकेट खोकर हासिल कर लिया. इसके साथ ही भारत 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-1 से पिछड़ गया.

टेस्ट में पहला संडे

टेस्ट के इतिहास में मैच के दौरान पहला संडे इसी मैच के दौरान पड़ा. 15 दिसंबर को शुक्रवार था,
 और 17 को रविवार पड़ा. यह बेहद दिलचस्प है कि पहली बार कोई टेस्ट रविवार को खेला गया. इससे पहले खेले गए 229 टेस्ट में एक भी दिन का खेल रविवार को नहीं खेला गया था
 क्योंकि इस दिन को अवकाश के रूप में रखा जाता था और मैच नहीं खेला जाता था.

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