झारखंड के आनंदपुर थाने में अहमदाबाद के रणछोड़जी मंदिर के महंत सुरेश दासजी उर्फ सुरेश तिवारी पर रेप का आरोप लगाते हुए एक महिला ने केस दर्ज कराया है.
इस पर आरोप महंत का कहना है कि पीड़िता उसकी दासी है. उसे पत्नी का दर्जा दे रखा है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
दैनिक भास्कर के मुताबिक, पीड़ित महिला झारखंड के रुंगीकोचा पंचायत के बुरुकसाई की रहने वाली है. महंत ने पीड़िता को शादी का प्रलोभन देकर अहमदाबाद के ही मंदिर में कई बार शारीरिक संबंध बनाए थे.
पीड़िता ने जब महंत से शादी की बात कही, तो वह टालता रहा. इस दौरान वह गर्भवती हो गई.
पीड़िता के मुताबिक, साल 2016 उसने एक बच्चे को जन्म दिया.
इसके बाद उसने महंत पर फिर शादी के लिए दबाव बनाया. महिला को अब डर है कि महंत साक्ष्य छुपाने के लिए कहीं बच्चे की हत्या कर दे.
महंत सुरेश दासजी मूल रूप से मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के ईटौली गांव का रहने वाला है.
अपने उपर लगे आरोप पर महंत ने कहा, 'मैंने पीड़िता के साथ कोई जोर जबरदस्ती नहीं की है. उसे मैं उसके गांव से दासी बनाकर लाया था.
उसके साथ मेरा प्रेम प्रसंग है. उसे पत्नी का दर्जा दिया है. उसका बच्चा मेरा ही है. उसके परिवार वाले मुझसे कई बार पैसे ऐंठ चुके हैं. पिटवाने की धमकी दे चुके हैं.'
बताया जा रहा है कि करीब 10 साल पहले महंत सुरेश दास आनंदपुर के पॉलिपोष स्थित विश्व कल्याण समीज आश्रम में रसोइया था. पीड़िता की मां और भाई भी समीज आश्रम में काम करते थे.
पीड़िता अक्सर मां और भाई से मिलने समीज आश्रम जाया करती थी. उसकी मुलाकात आरोपी से भी कई बार हुई थी.
पीड़िता ने बताया कि महंत विश्व कल्याण समीज आश्रम से निकाले जाने के बाद अहमदाबाद के रणछोड़जी मंदिर चला गया. उसके कुछ दिनों बाद वह कई बार मनोहरपुर के नरसिंह आश्रम आया.
इस दौरान वह पीड़िता के घर भी आया और कहने लगा की वह अहमदाबाद नंदेज मठ का महंत बन गया है.
इस पर आरोप महंत का कहना है कि पीड़िता उसकी दासी है. उसे पत्नी का दर्जा दे रखा है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
दैनिक भास्कर के मुताबिक, पीड़ित महिला झारखंड के रुंगीकोचा पंचायत के बुरुकसाई की रहने वाली है. महंत ने पीड़िता को शादी का प्रलोभन देकर अहमदाबाद के ही मंदिर में कई बार शारीरिक संबंध बनाए थे.
पीड़िता ने जब महंत से शादी की बात कही, तो वह टालता रहा. इस दौरान वह गर्भवती हो गई.
पीड़िता के मुताबिक, साल 2016 उसने एक बच्चे को जन्म दिया.
इसके बाद उसने महंत पर फिर शादी के लिए दबाव बनाया. महिला को अब डर है कि महंत साक्ष्य छुपाने के लिए कहीं बच्चे की हत्या कर दे.
महंत सुरेश दासजी मूल रूप से मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के ईटौली गांव का रहने वाला है.
अपने उपर लगे आरोप पर महंत ने कहा, 'मैंने पीड़िता के साथ कोई जोर जबरदस्ती नहीं की है. उसे मैं उसके गांव से दासी बनाकर लाया था.
उसके साथ मेरा प्रेम प्रसंग है. उसे पत्नी का दर्जा दिया है. उसका बच्चा मेरा ही है. उसके परिवार वाले मुझसे कई बार पैसे ऐंठ चुके हैं. पिटवाने की धमकी दे चुके हैं.'
बताया जा रहा है कि करीब 10 साल पहले महंत सुरेश दास आनंदपुर के पॉलिपोष स्थित विश्व कल्याण समीज आश्रम में रसोइया था. पीड़िता की मां और भाई भी समीज आश्रम में काम करते थे.
पीड़िता अक्सर मां और भाई से मिलने समीज आश्रम जाया करती थी. उसकी मुलाकात आरोपी से भी कई बार हुई थी.
पीड़िता ने बताया कि महंत विश्व कल्याण समीज आश्रम से निकाले जाने के बाद अहमदाबाद के रणछोड़जी मंदिर चला गया. उसके कुछ दिनों बाद वह कई बार मनोहरपुर के नरसिंह आश्रम आया.
इस दौरान वह पीड़िता के घर भी आया और कहने लगा की वह अहमदाबाद नंदेज मठ का महंत बन गया है.
No comments:
Post a Comment