200 रुपये के नोट की छपाई के कारण रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया मध्य प्रदेश के 13 जिलों में कैश की आपूर्ति नहीं कर पा रहा है
जिस कारण इन जिलों पर नगदी की कमी का संकट मंडरा रहा है.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराजबाड़ा स्कैब से ग्वालियर, भिंड, मुरैना, शिवपुरी, दतिया, श्योपुर, अशोकनगर, राजगढ़, गुना, छतरपुर, टीकमगढ़,
पन्ना, दमोह में लंबे समय से करंसी की सप्लाई नहीं हो पाई है.
बताया जा रहा है कि इस स्कैब की लिमिट एक हजार करोड़ रूपए है, लेकिन इसकी क्षमता 500 करोड़ रुपये के नीचे चली गई है.
जानकारी के अनुसार, इसी स्कैब से बैंकों को करंसी भेजी जाती है.
कहा जा रहा है कि करेंसी की कमी 500 और 2000 रुपये के नोट रोककर आरबीआई के 200 रुपये का नोट छापने के कारण आई है.
कुछ अधिकारियों के मुताबिक, यह समस्या आने वाले एक हफ्ते के भीतर दूर हो जाएगी.
जिस कारण इन जिलों पर नगदी की कमी का संकट मंडरा रहा है.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराजबाड़ा स्कैब से ग्वालियर, भिंड, मुरैना, शिवपुरी, दतिया, श्योपुर, अशोकनगर, राजगढ़, गुना, छतरपुर, टीकमगढ़,
पन्ना, दमोह में लंबे समय से करंसी की सप्लाई नहीं हो पाई है.
बताया जा रहा है कि इस स्कैब की लिमिट एक हजार करोड़ रूपए है, लेकिन इसकी क्षमता 500 करोड़ रुपये के नीचे चली गई है.
जानकारी के अनुसार, इसी स्कैब से बैंकों को करंसी भेजी जाती है.
कहा जा रहा है कि करेंसी की कमी 500 और 2000 रुपये के नोट रोककर आरबीआई के 200 रुपये का नोट छापने के कारण आई है.
कुछ अधिकारियों के मुताबिक, यह समस्या आने वाले एक हफ्ते के भीतर दूर हो जाएगी.
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