मनमोहन को जेटली का जवाब- नोटबंदी लूट तो 2जी, CWG, कोयला घोटाले क्या थे? - SeeNewsToday

हिंदी मै दुनिया देश विदेश की ख़बर हमारे ऑनलाइन न्यूज़ मीडिया चैंनल पर

Breaking News

7 Nov 2017

मनमोहन को जेटली का जवाब- नोटबंदी लूट तो 2जी, CWG, कोयला घोटाले क्या थे?

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मंगलवार को नोटबंदी को संगठित लूट करार दिया. इस पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
पार्टी और सरकार की ओर से मोर्चा संभालते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा- इसको लूट कहना, एटीं ब्लैकमनी ड्राइव- एक इथीकल ड्राइव है. लूट तो वो होती है
जो टूजी, जो कॉमनवेल्थ गेम्स, जो कोल ब्लॉक आवंटन में हुई.
इसलिए मुझे लगता है कि इथिक्स के मामले में कांग्रेस और हमारा दृष्टिकोण एकदम अलग है. उनका मूल काम एक परिवार की सेवा करना, हमारे देश की सेवा करना है.

कांग्रेस ने पॉलिसी पैरालाइसिस कर रखा था

जेटली ने कहा - हमारे विरोधियों, कांग्रेस की ओर से विशेष रूप से विरोध किया गया.
दस साल तक एक पॉलिसी पैरालेसिस, कुछ न करना, ऐसी हुकुमत चलाना. पीएम ने एक ढांचागत सुधार कर, बदलाव लाने का प्रयास किया है.
यूपीए और एनडीए में एक तरफ पॉलिसी पैरालाइसिस और एक तरफ ढांचागत सुधार हुआ.

मनमोहन ने क्या कहा था?

मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी पर सीधा वार करते हुए कहा कि नोटबंदी के फैसले को लोगों पर थोपा गया था.
जब नोटबंदी का ऐलान हुआ तो ये सुनते ही मुझे झटका लगा था. क्या जीडीपी और नोटबंदी पर सवाल करने वाला एंटी नेशनल हो जाता है. नोटबंदी एक तरह की संगठित लूट थी.

बैंक में पैसा आने से उसकी मालकियत का पता चला

जेटली ने कहा- लोगों ने सारा पैसा बैंक में डिपोजिट किया, अच्छा हुआ डिपोजिट किया.
कैश सिस्टम में आने से उसकी मालकियत किसकी है पता चल जाती है. डेटा माइनिंग के जरिए 1.8 मिलियन लोग वो पहचाने गए जिनको जवाब देना पड़ा.
इसलिए सिर्फ बैंक में चले जाना उससे नोटबंदी की सफलता और विपलता पर असर नहीं पड़ता. भारत को लेस कैश इकोनॉमी, हायर टैक्स पे, हायर डिजिटल इकोनॉमी बनाना ही लक्ष्य है.



मनमोहन अंतरराष्ट्रीय रूप से अर्थव्यवस्था की तुलना करें

वित्त मंत्री ने कहा कि नोटबंदी लागू करने से पहले जो तैयारी होने चाहिए थी,
 सरकार ने पूरी तैयारी की थी. जेटली ने कहा कि मनमोहन सिंह को अंतरराष्ट्रीय रूप से भारत की अर्थव्यवस्था की तुलना करनी चाहिए.
2014 से पहले और 2014 के बाद. 2014 से पहले सरकार में फैसला लेने की कमी थी, जिसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ा था.

No comments:

Subscribe