अलबेला है SPORTS बाइक का यह मेला, हवा से बातें @ 250 किमी/घंटा - SeeNewsToday

हिंदी मै दुनिया देश विदेश की ख़बर हमारे ऑनलाइन न्यूज़ मीडिया चैंनल पर

Breaking News

7 Nov 2017

अलबेला है SPORTS बाइक का यह मेला, हवा से बातें @ 250 किमी/घंटा

कानफोड़ू आवाज, पलक झपकाते ही सामने से गायब हो जाने वाली रफ्तार,
अपने फेवरेट राइडर के लिए चिल्लाते फैंस और कॉर्नर पर 45 डिग्री से भी ज्यादा तक झुकने वाली स्पोर्ट्स बाइक्स देखकर धक-धक करते दिल.
मौका था मोटोजीपी (सेपांग, मलेशिया- अक्टूबर 2017 )  यानी दुनिया की सबसे तेज बाइक रेस का, वर्ल्ड चैंपियन बनने की होड़ का...और रफ्तार थी औसतन 250 किलोमीटर प्रति घंटे की.

मोटोजीपी: सेपांग इंटरनेशनल सर्किट में रफ्तार की धूम

फिर वो चाहे अपने माता-पिता के साथ रेस देखने सेपांग इंटरनेशनल सर्किट आए मलेशिया के 2 साल के जिकरी हों या फिर स्पेन से मार्क मार्केज का जलवा देखने आए 60 साल के निकोलस,
 हर कोई रफ्तार के इस रोमांच में जैसे डूब जाना चाहता था. इसी जुनून का हिस्सा बनने के लिए मोटोजीपी के इर्द-गिर्द कई तरह की गतिविधियों का अंबार लगा था.

मलेशिया की सड़कों पर दिखी बाइकर्स की बाजीगरी
माहौल बिल्कुल मेले जैसा था. कई तरह की सपोर्ट रेस लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई थीं. इसी तरह की एक अनूठी रेस में भारत, इंडोनेशिया,
फिलीपींस, मलेशिया और वियतनाम के राइडर्स ने शिरकत की. होंडा एशियन जर्नी 2017 में जिसके तहत हजारों राइडर्स ने न सिर्फ 4 दिन तक मलेशिया की सड़कों और ट्रैक पर स्पोर्ट्स बाइक्स का जलवा बिखेरा,
बल्कि मोटोजीपी के रोमांच का लुत्फ भी उठाया. इन स्पोर्ट्स बाइक्स में शामिल थीं
करीब 33 लाख रुपये की गोल्डविंग और एक करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत वाली HONDA RC213V रेसिंग बाइक भी.
...लेकिन, भारत में मोटोजीपी की उम्मीदें हो गईं खत्म!
दुनियाभर में रफ्तार के शौकीन लगातार बढ़ रहे हैं. भारत में भी युवाओं के बीच बाइक रेसिंग खूब धूम मचा रही है.
लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि तीन साल तक फॉर्मूला-1 रेस होने के बाद भारत में मोटोजीपी होने की जो उम्मीदें जगी थीं, वो खत्म हो चुकी हैं. हालांकि मलेशिया जैसे देश में न सिर्फ ये उम्मीदें सालों से परवान चढ़ रही हैं,
 बल्कि बाइक रेस के प्रति वहां के फैंस का जुनून फॉर्मूला-1 की दीवानगी तक को पीछे छोड़ रहा है.

भारत के युवा भी पीछे नहीं, उनका जोश देखने लायक लेकिन, मोटरस्पोर्ट्स का ये जुनून भारत तक कैसे पहुंचेगा, इस सवाल के जवाब में होंडा इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट यादविंदर सिंह गुलेरिया कहते हैं,
अब जमाना सुपरबाइक्स का है. भारत के युवा भी बाइक्स पर अच्छी खासी रकम खर्च करने में पीछे नहीं रहते. फिलहाल नेशनल रेसिंग चैंपियनशिप में हम कई प्रयोग कर रहे हैं.
आने वाले सीजन में हम सुपरबाइक्स को और बढ़ावा देंगे.'

ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज बोले- भारत में माहौल की जरूरत

दूसरी तरफ, बाइक रेसिंग के लेजेंड और पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के माइक दूहन सेपांग में आजतक से खास बातचीत में कहते हैं,
मैंने भारत के बारे में बहुत कुछ सुना है. मैं चाहता हूं कि वहां भी ऐसा माहौल पैदा हो, जिससे भारतीय राइडर्स वर्ल्ड रेसिंग में अपनी जगह बना सकें.'
 एंड्रिया डोविजियोसो

एंड्रिया या मार्केज...वर्ल्ड चैंपियन का फैसला अगले हफ्ते

मलेशिया में बारिश ने अच्छों अच्छों का खेल बिगाड़ दिया. आखिरकार, 29 अक्टूबर को टीम डुकाटी के एंड्रिया डोविजियोसो ने जीत हासिल की.
 इससे वर्ल्ड चैंपियन बनने की दहलीज पर खड़े रेप्सोल होंडा टीम के मार्क मार्केज का इंतजार और बढ़ गया. अब स्पेन में अगले वीकेंड होने वाली साल की आखिरी रेस में ये तय होगा,
 कि वर्ल्ड चैंपियन कौन है. फिलहाल ओवरऑल रैंकिंग में मार्क मार्केज के 282 अंक हैं, जबकि एंड्रिया के 261.

No comments:

Subscribe